Tuesday, August 17, 2010

बी .एन .राय प्रकरण

ठीक कहा प्रियदर्शन जी आपने , दरअसल यह मामला सिर्फ एक अश्लील शब्द प्रयोग करने का ही नहीं है,ये वह पुरुषवादी सोच है , जो स्त्रियों कि सक्रियता , आत्मनिर्भरता तथा पुरुषों के चैलेंज को जबाब दिए जाने पर खीज के रूप में प्रकट होती रहती है .यह कितना अफसोसनाक है कि अपने ही समकर्मी- समधर्मी को छिनाल कहा जाय. अफ़सोस इस बात का भी है कि राजकिशोर जैसे लेखक भी राय का बचाव करने तथा एक अपशब्द और अपसंस्कृत को जायज ठहराने में लग गए हैं . लेकिन उचित तो अब यह लगता है कि इस प्रसग को यहीं बंद कर दिया जाय . इस गलीच शब्द ने बहुत जगह और समय ले लिया.

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